व्रत रखना भारतीय संस्कृति और धर्म में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। व्रत सिर्फ भूखा रहना नहीं है, बल्कि यह आत्म-संयम और ईश्वर के प्रति निष्ठा की अभिव्यक्ति